12/01/2007

माइकल मूर की सिको

साल: 2007
भाषा: अंग्रेजी
लेखक-निर्देशक: माइकल मूर
रेटिंग: ***

बहुत बार गांव में रहनेवाला व्‍यक्ति बाहरी संसार को सिर्फ़ किवदंतियों और उड़ी हुई सूचनाओं के सहारे जानता है. बाहरी जगहों की झूठी कहानियां ही उसका निजी यथार्थ बनी रहती हैं. माइकल मूर अपनी ताज़ा डॉक्‍यूमेंट्री ‘सिको’ में समूचे अमरीकी मानस को एक ऐसे बड़े गांव की ही तरह दिखाते हैं.. जहां सरकार (निक्‍सन के ज़माने से) और राक्षसी मेडिकल इंश्‍युरेंस कॉरपोरेशंस की मिली-भगत से हेल्‍थ केयर के क्षेत्र में साधनहीन तो दूर, ठीक-ठाक मध्‍यवर्गीय परिवार भी अपनों को कुत्‍तों की मौत मरता देख रहे हैं और स्‍तब्‍ध हैं.. मगर आधुनिक जीवन के इस दुश्‍चक्र से बाहर आने का जिन्‍हें विकल्‍प नहीं दिखता.. जबकि अमरीका के ठीक पड़ोस कनाडा में हेल्‍थ केयर हर नागरिक के लिए मुफ्त है (मूर कनाडा के बाद हमें इंग्‍लैण्‍ड और फ्रांस घुमाते हैं, और दिखाते हैं कि वहां भी कनाडा की ही तरह नागरिकों के स्‍वास्‍थ्‍य का जिम्‍मा सरकार है, और सेवायें मुफ़्त है).. जबकि एक आम अमरीकी की पारंपरिक नज़र में कनाडा, इंग्‍लैण्‍ड, फ्रांस अमरीका की तुलना में हास्‍यास्‍पद मुल्‍क हैं.. क्‍यों? फिल्‍म के बीच कहीं मूर मज़ेदार सवाल करते हैं, कहीं इसीलिए तो नहीं कि हमारे शासक नहीं चाहते कि हम इन मुल्‍कों के अच्‍छे पहलू देखें और अपने जीवन में उसकी कामना करें?..

दो घंटों की इस बड़ी डॉक्‍यूमेंट्री में, जैसाकि मूर की अन्‍य फ़ि‍ल्‍मों के साथ भी है, ख़ास रवानी और रोचकता बनी रहती है. बीच-बीच में ऐसे हिस्‍से आते हैं ठहरकर सोचने का मन करे. फ़ि‍ल्‍म में एक दृश्‍य है जब एक बड़ा कॉरपोरेट अस्‍पताल पैसा भर पाने में लाचार मरीजों को गाड़ि‍यों में भर बाहर सड़क पर ठेल आता है. वॉयस-ओवर में मूर सवाल करते हैं: “May I take a minute to ask a question that has been on my mind? Who are we? Is this what we've become? A nation that dumps its own citizens like so much garbage on the side of the curb, because they can't pay their hospital bill?... आगे कहते हैं: “I always thought and believe to this day that we're good and generous people. This is what we do when somebody's in trouble.. They say that you can judge a society by how it treats those who are the worst-off. But is the opposite true? That you can judge a society by how it treats its best? Its heroes?”

अमरीकी भलमनसी की तस्‍वीरों से होती हुई फ़ि‍ल्‍म कुछ उन आम फायर फाइटरों के जीवन में झांकती है जिन्‍होंने 9/11 के दरमियान महीनों मलबों के भीतर जनसेवा में गुजारे थे, मलबों के भीतर गुजारे समय के असर में पांच वर्षों बाद अब जब वे अजीबो-गरीब बीमारियों से ग्रस्‍त हैं तो सरकार ने उनकी किसी भी तरह की मदद से हाथ खींच लिए हैं. आतंकवादियों के रख-रखाव वाला सबसे बड़ा अड्डा ग्‍वांतानामो बे में बीमारों की देखरेख के लिए सब सुविधाएं हैं, सरकार ने इसका विशेष इंतज़ाम किया है, लेकिन 9/11 के आम हीरोज़ को उसने उनके हाल पर छोड़ दिया है..

एक अच्‍छे एक्टिविस्‍ट फ़ि‍ल्‍ममेकर की तरह मूर यहां एक मज़ेदार काम करते हैं. ऐसे इन सारे मरीजों को किराये की तीन नावों में लाद सीधे ग्‍वांतानामो बे पहुंचते हैं कि भइया, ख़ासम-खास आतंकवादियों की देखभाल कर रहे हो तो अपने हीरोज़ की भी करो! जब ग्‍वांतानामो में दाल नहीं गलती तो मूर एक और नाटकीय कदम उठाते हैं.. सीमावर्ती जल से लगे वहीं से क्‍यूबा में प्रवेश करते हैं.. वहां जाने पर एक और मज़ेदार बात खुलती है कि वहां भी स्‍वास्‍थ्‍य सेवा मुफ्त है, और जिस एक खास दवा के लिए मरीज़ 120 डॉलर भर रहा था, वहां वह महज 6 सेंट में उपलब्‍ध है!

क्‍यों है अमरीका में मेडिकल जायंट कॉरपोरेशंस का ऐसा दबदबा, खौफ़, खुली लूट? अपने नागरिकों के साथ सरकार का दो कौड़ि‍यों का व्‍यवहार? सिर्फ़ इसीलिए कि लुटेरों से उसकी सीधी मिली-भगत है, या इसलिए भी अमरीकी सिस्‍टम अपने नागरिकों को हमेशा खौफ़ और आतंक के माहौल में रखती है? टॉनी बेन, पूर्व इंगलिश सांसद, नेशनल हेल्‍थ केयर का इतिहास किस्‍सा बताते हुए एक जगह लोकतंत्र के बारे में दिलचस्‍प टिप्‍पणी करते हैं- “I think democracy is the most revolutionary thing in the world. Far more revolutionary than socialist ideas, or anybody else's idea. But if you have power, you use it to meet the needs of your community. And this idea of choice that Capitalism talks about all the time, ‘you gotta have a choice’, Choice depends on the freedom to choose. And if you're shackled in debt, you don't have a freedom to choose. It seems that it benefits the system, If the average working person is shackled and is in debt? Yes, because people in debt become hopeless, and hopeless people don't vote. See, they always say that everyone should vote But I think, if the poor in Britain or the United States turned out and voted for people representing their interests, it would be a real democratic revolution. So they don't want it to happen."

माइकल मूर का सिको संबधी एक इंटरव्‍यू:

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